विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरूवार को कहा कि काबुल स्थित भारतीय उच्चायोग अफगानिस्तान की राजधानी में गुरूद्वारे पर हुए जघन्य आतंकी हमले के पीड़ित परिवारों के संपर्क में हैं।
बुधवार को काबुल स्थित गुरूद्वारे पर बंदूकधारियों की अंधाधुंध गोलीबारी में 25 लोग मारे गए थे। इसमें से एक मृतक पुरानी दिल्ली निवारी 71 वर्षीय तियान सिंह हैं। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। यह हमला ऐसे समय में हुआ है कि अमेरिका और तालिबान के बीच अफगानिस्तान में स्थाई शांति लाने के लिए हाल ही में ऐतिहासिक समझौताे हुआ है ।
विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट किया कि काबुल स्थित गुरूद्वारे पर कायराना आतंकी हमले से उत्पन्न आक्रोश और दुख को समझता हूं। काबुल स्थित भारतीय उच्चायोग इस घटना में मारे गए लोगों और घायलों के परिवार के लगातर संपर्क में है। विदेश मंत्री ने कहा कि सिंह के पार्थिव शरीर को काबुल से लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सलाह घायलों को वहां से हटाने के खिलाफ है।
जयशंकर ने कहा कि काबुल स्थित भारतीय उच्चायोग तियान सिंह के पार्थिव शरीर को लाने के लिए काम कर रहा है। आगे जानकारी देता रहूंगा। इससे पहले विदेश मंत्रालय ने काबुल में गुरूद्वारे पर हमले की कड़ी निंदा की थी। मंत्रालय ने कहा था कि इस हमले में मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
मंत्रालय ने आपने बयान में कहा था कि भारत इस घड़ी में अफगानिस्तान में प्रभावित हिन्दू एवं सिख समुदाय के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने को तत्पर है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी के प्रकोप के बीच अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक पूजास्थल पर ऐसा कायराना हमला, इन हमलावरों एवं उनका समर्थन करने वालों की शैतानी मानसिकता को दर्शाता है।
बुधवार को काबुल स्थित गुरूद्वारे पर बंदूकधारियों की अंधाधुंध गोलीबारी में 25 लोग मारे गए थे। इसमें से एक मृतक पुरानी दिल्ली निवारी 71 वर्षीय तियान सिंह हैं। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। यह हमला ऐसे समय में हुआ है कि अमेरिका और तालिबान के बीच अफगानिस्तान में स्थाई शांति लाने के लिए हाल ही में ऐतिहासिक समझौताे हुआ है ।
विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट किया कि काबुल स्थित गुरूद्वारे पर कायराना आतंकी हमले से उत्पन्न आक्रोश और दुख को समझता हूं। काबुल स्थित भारतीय उच्चायोग इस घटना में मारे गए लोगों और घायलों के परिवार के लगातर संपर्क में है। विदेश मंत्री ने कहा कि सिंह के पार्थिव शरीर को काबुल से लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सलाह घायलों को वहां से हटाने के खिलाफ है।
जयशंकर ने कहा कि काबुल स्थित भारतीय उच्चायोग तियान सिंह के पार्थिव शरीर को लाने के लिए काम कर रहा है। आगे जानकारी देता रहूंगा। इससे पहले विदेश मंत्रालय ने काबुल में गुरूद्वारे पर हमले की कड़ी निंदा की थी। मंत्रालय ने कहा था कि इस हमले में मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
मंत्रालय ने आपने बयान में कहा था कि भारत इस घड़ी में अफगानिस्तान में प्रभावित हिन्दू एवं सिख समुदाय के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने को तत्पर है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी के प्रकोप के बीच अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक पूजास्थल पर ऐसा कायराना हमला, इन हमलावरों एवं उनका समर्थन करने वालों की शैतानी मानसिकता को दर्शाता है।